Zero Gas Fee Cryptos
Zero Gas Fee Cryptos: The Emerging Trend in 2024
क्रिप्टोकरेंसी के विकास के साथ, एक प्रमुख मुद्दा हमेशा से हाई ट्रांजेक्शन फीस या "गैस फीस" रही है, विशेष रूप से Ethereum जैसे नेटवर्क्स पर। यह फीस नेटवर्क की कंजेशन और ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक कंप्यूटेशनल कार्य पर निर्भर करती है। इस समस्या के समाधान के लिए, कई ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म अब "जीरो गैस फीस" वाले मॉडल को अपना रहे हैं, जिससे ट्रांजेक्शन को अधिक किफायती और यूजर-फ्रेंडली बनाया जा सके।
यहाँ 2024 में कुछ प्रमुख "ज़ीरो गैस फी क्रिप्टो" प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी दी गई है, जो इस समस्या को हल कर रहे हैं।
1. IOTA (MIOTA)
प्रमुख विशेषताएं: IOTA एक अनोखा ब्लॉकलेस क्रिप्टो है जो "टैंगल" नामक टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है। इसके ट्रांजेक्शन्स में किसी प्रकार की माइनिंग की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए कोई गैस फीस नहीं लगती।
गैस फी मॉडल: जीरो गैस फीस। यूजर्स को ट्रांजेक्शन के लिए किसी भी प्रकार की फीस नहीं देनी पड़ती।
उपयोग का मामला: IOTA का मुख्य फोकस इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) पर है, जहाँ लाखों डिवाइस एक दूसरे के साथ माइक्रो-पेमेंट्स कर सकते हैं। इसकी नो-फीस संरचना IoT डिवाइसेस के लिए आदर्श बनाती है।
2. Nano (XNO)
प्रमुख विशेषताएं: Nano एक लाइटवेट क्रिप्टोकरेंसी है जिसे पेमेंट्स के लिए डिजाइन किया गया है। इसका "ब्लॉक-लट्टिस" आर्किटेक्चर प्रत्येक अकाउंट के लिए एक अलग ब्लॉकचेन की अनुमति देता है, जिससे तुरंत और शून्य फीस ट्रांजेक्शन्स होते हैं।
गैस फी मॉडल: जीरो फीस। प्रत्येक ट्रांजेक्शन यूजर्स के द्वारा स्वयं प्रूफ ऑफ वर्क (PoW) के जरिए वेरिफाई होता है, जिससे फीस का कोई सवाल ही नहीं उठता।
उपयोग का मामला: Nano का मुख्य उपयोग माइक्रो-पेमेंट्स और रोजमर्रा के लेनदेन में होता है। इसकी जीरो फीस और इंस्टेंट ट्रांजेक्शन्स इसे कैशलेस पेमेंट्स के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
3. Stellar (XLM)
प्रमुख विशेषताएं: Stellar का उद्देश्य ट्रांजेक्शन्स को तेज और सस्ता बनाना है, विशेष रूप से सीमाओं के पार पेमेंट्स और फंड ट्रांसफर के लिए। इसका नेटवर्क फी लगभग नगण्य है, और इसे प्रमुख रूप से माइक्रो-पेमेंट्स और इंटरनेशनल रेमिटेंस के लिए डिज़ाइन किया गया है।
गैस फी मॉडल: लगभग जीरो फीस। एक सामान्य ट्रांजेक्शन की फीस सिर्फ 0.00001 XLM है, जो लगभग शून्य के बराबर है।
उपयोग का मामला: Stellar का फोकस बैंकिंग और फाइनेंस क्षेत्र पर है। इसका सिस्टम क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजेक्शन्स और बैंकिंग के लिए उपयुक्त है।
4. Radix (XRD)
प्रमुख विशेषताएं: Radix एक लेयर 1 स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट प्लेटफ़ॉर्म है जो डेवलपर्स को किफायती तरीके से डीएप्स (dApps) बनाने की अनुमति देता है। इसका नेटवर्क एक स्थिर और स्केलेबल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करता है।
गैस फी मॉडल: Radix की एक ख़ास बात यह है कि यह जीरो गैस फीस स्ट्रक्चर का उपयोग करता है। हालांकि, कुछ स्थितियों में ट्रांजेक्शन फीस नॉमिनल होती है, लेकिन इसे डेवलपर्स और यूजर्स के लिए न्यूनतम रखा गया है।
उपयोग का मामला: Radix का मुख्य लक्ष्य DeFi एप्लिकेशंस को अपनाने में सहायता करना है। इसका फी-मुक्त मॉडल DeFi प्रोजेक्ट्स के लिए अधिकतम लाभदायक है।
5. Celo (CELO)
प्रमुख विशेषताएं: Celo एक मोबाइल-फर्स्ट ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म है जो मुख्य रूप से उन स्थानों पर फाइनेंशियल सर्विसेज़ लाने का प्रयास कर रहा है जहाँ बैंकों की पहुंच नहीं है। इसका मुख्य उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को सभी के लिए किफायती बनाना है।
गैस फी मॉडल: Celo अपने यूजर्स को ट्रांजेक्शन फीस सीईएलो डॉलर (cUSD), सीईएलो यूरो (cEUR), और अन्य स्थिर मुद्राओं में भुगतान करने की अनुमति देता है। इसके साथ ही, यह अत्यधिक किफायती गैस फीस मॉडल प्रदान करता है, जिससे फंड्स ट्रांसफर लगभग शून्य लागत पर हो पाता है।
उपयोग का मामला: Celo का उपयोग मुख्य रूप से मोबाइल पेमेंट्स और डेली ट्रांजेक्शन्स में होता है। इसकी लो-फीस स्ट्रक्चर इसे विकासशील देशों में तेजी से अपनाने योग्य बनाती है।
6. Feeless L2 Solutions (Ethereum Layer 2 Solutions)
विशेषताएं: एथेरियम की मुख्य समस्या हाई गैस फीस है, जिसे लेयर 2 सॉल्यूशंस जैसे Arbitrum, Optimism, और zkSync द्वारा हल किया जा रहा है। ये सॉल्यूशंस ट्रांजेक्शन्स को ऑफ-चेन प्रोसेस करते हैं और फिर उन्हें बैच में एथेरियम मेननेट पर सेटल करते हैं।
गैस फी मॉडल: लेयर 2 सॉल्यूशंस का लक्ष्य है गैस फीस को बहुत कम करना। कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स जीरो गैस फीस का दावा करते हैं या नॉमिनल फीस चार्ज करते हैं जो मेननेट की तुलना में नगण्य होती है।
उपयोग का मामला: ये सॉल्यूशंस DeFi, NFT ट्रांजेक्शन्स, और सामान्य स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए उपयुक्त हैं, जहाँ यूजर्स बड़ी मात्रा में ट्रांजेक्शन्स बिना किसी बड़ी फीस के कर सकते हैं।
7. EOS (EOS)
प्रमुख विशेषताएं: EOS अपनी डीएप्स (dApps) क्षमताओं और तेज ट्रांजेक्शन स्पीड के लिए जाना जाता है। यह डीपीओएस (Delegated Proof of Stake) मॉडल का उपयोग करता है, जो नेटवर्क की स्केलेबिलिटी को बढ़ाता है।
गैस फी मॉडल: जीरो ट्रांजेक्शन फीस। यूजर्स को ट्रांजेक्शन के लिए कोई फीस नहीं देनी होती, क्योंकि EOS की फीस स्ट्रक्चर इसके नेटवर्क के द्वारा माइनर्स को मिलने वाले इनाम से पूरी होती है।
उपयोग का मामला: EOS का मुख्य उद्देश्य है तेज और मुफ्त ट्रांजेक्शन प्रदान करना, खासकर DApps और गेमिंग प्रोजेक्ट्स के लिए।
निष्कर्ष
जीरो गैस फी वाले क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स क्रिप्टो इकोसिस्टम को अधिक किफायती और यूजर-फ्रेंडली बना रहे हैं। चाहे वह IOTA का टैंगल मॉडल हो, Nano का ब्लॉक-लैटिस आर्किटेक्चर, या Ethereum के लेयर 2 सॉल्यूशंस हों, ये सभी प्रोजेक्ट्स तेज, सस्ती और अधिक स्केलेबल ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग की पेशकश करते हैं।
नोट: कोई भी निवेश करने से पहले, संबंधित प्रोजेक्ट्स के बारे में पूरी रिसर्च करें, क्योंकि प्रत्येक क्रिप्टोकरेंसी का अपना जोखिम होता है।
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